शुगर फ्री का सेवन करने वाले हो जाएं सचेत, सेहत पर पड़ सकता है असर

भारत में कई लोग ऐसे हैं जो डायबिटीज की बीमारी से ग्रस्त हैं, जिसकी वजह से उन्हें कृत्रिम (आर्टिफिशियल) मिठास का सेवन करना पड़ता है. अगर आप भी कृत्रिम मिठास का सेवन करते हैं तो सचेत हो जाएं.

दरअसल वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक अध्ययन में ये बात सामने आई है, कि इस बात का कोई दमदार परिणाम नहीं मिला, जिससे यह बात साबित हो सके कि कृत्रिम मिठास से सेहत को कोई फायदा होता हो. लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि इसके सेवन से शरीर में कोई नुकसान होता हो.

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जर्मनी में हुआ शोध

जर्मनी की फ्रीबर्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को लेकर कई लोगों का स्वस्थ जीवनशैली की ओर झुकाव बढ़ा है. इन लोगों ने शुगर, नमक और फैट खाना छोड़ दिया है. ऐसे में लोग अब समान्य चीनी की बजह कृत्रिम मिठास का सेवन करते हैं. देखा जाए तो मार्केट में नॉन-शुगर स्वीटनर्स से बनने वाले पदार्थों का चलन बढ़ गया है. हालांकि कई नॉन-शुगर स्वीटनर्स के इस्तेमाल की अनुमति मिली है, लेकिन इस बारें में लोगों को कम जानकारी है कि इससे क्या फायदा है और क्या नुकसान.

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क्या निकला शोध में

कृत्रिम मिठास को लेकर हुए शोध में ये बात सामने आई है कि, इसके सेवन से सेवनकर्ताओं को नुकसान हो सकता है. और कृत्रिम मिठास का सेवन करने से कोई खास फायदा भी नहीं दिख रहा है. इस बात को समझने के लिए यूरोपीय शोधकर्ताओं ने 56 अध्ययनों का विश्लेषण किया जिसके आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया.

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