दलितों के चावल से “सियासी खिचड़ी” बनाएगी बीजेपी, गिनीज बुक में कराएगी दर्ज

दिल्ली में बीजेपी घर घर जाकर चंदा मांगने के बाद अब चावल इक्कठा करना चाह रही है. यह कवायद 2019 के आम चुनावों में दलितो को लुभाने के लिए किया जा रहा है.

बीजेपी राजधानी में रहने वाले 3 लाख दलित परिवारों से एक मुट्ठी चावल लेगी जिससे 5000 किलो खिचड़ी बनाई जाएगी.

दिल्ली में 1.4 करोड़ मतदाता रहते है, इसमें करीब 15 फीसदी मतदाता ऐसे है जो दलित समुदाय से है. 30 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में खिचड़ी कार्यक्रम करके बीजेपी इस वोटबैंक को अपने पाले में करना चाहती है. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भी शिरकत करने की उम्मीद है.

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कार्यक्रम के जरिए बीजेपी खिचड़ी दलित से अपने आप को कनेक्ट करना चाहती है. वो दलित समुदाय को संदेश देना चाहती है कि मोदी सरकार लगातार उनके उत्थान के लिए काम कर रही है. इसीलिए बीजेपी के कार्यकर्ता दलितो के घर जाकर उन्हे एक संकल्प पत्र भी देंगे जिसमें मोदी सरकार के द्वारा एससी एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के फैसल को पलटने की जानकारी के साथ डॉ. भीमराव अंबेडकर के सम्मान में उनसे जुडी पांच जगहों को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया है.

बीजेपी ने कार्यक्रम के लिए 14 लाख पोस्टकार्ड तैयार करवा रही है. इस पोस्ट कार्ड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश की होगा. साथ ही जो लोग पीएम मोदी को समर्थन करने की बात करेंगे उनका नाम प पता इस सकंल्प पत्र पर लिखकर पीएम मोदी को भेजा जाएगा.

दिल्ली के रामलीला मैदान में 5000 किलो खिचड़ी बनाकर बीजेपी एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाना चाहती है. माना जा रहा है कि बीजेपी की यह कवायद दिल्ली की 7 लोकसभा सीटो के लिए कर रही है. दिल्ली में पहले ही मनोज तिवारी को भाजपा ने अपना प्रदेश अध्यक्ष बनाकर पूर्वांचल वोटरो को अपने पाले में करने की कोशिश की है, अब देखने वाली बात होगी क्या दलित समुदाय दिल्ली में बीजेपी को पेट भर खिचड़ी खिला पाऐंगे.

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