मिताली राज और कोच रमेश पवार को लेकर महिला टीम दो फाड़ में बट गई है. जहां महिला टी20 कप्तान ने कोच का समर्थन किया है और उन्हें दोबारा से कोच बनाए जाने की वकालत की है. जबकि एकदिवसीय टीम की कप्तान ने उन्हें कोच न बनाए जाने की वकालत की है.
महिला टीम के कोच के तौर पर रमेश पवार का कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म हो चुका है. जिसके बाद बीसीसीआई ने महिला टीम के कोच के लिए आवेदन मंगाए है. बीसीसीआई प्रशासकों की समिति(सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने बताया कि हरमनप्रीत और स्मृति ने रमेश पोवार को 2021 तक कोच बनाने का समर्थन किया है.
हरमनप्रीत और स्मृति ने जो पत्र लिखा है उसमें उन्होंने कहा है कि टी-20 कप्तान और एकदिवसीय उपकप्तान के रूप में मैं आपसे अपील करती हूं कि रमेश पोवार को हमारी टीम के कोच के रूप में आगे भी बरकार रहने की मंजूरी दी जाए. उन्होंने आगे कहा, अगस्त में पोवार की पूर्णकालिक कोच बनाए जाने के बाद से टीम में काफी सुधार हुआ है.
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हरमनप्रीत ने कहा कि, एक टीम के रूप में वे जिस तरह हमारे अंदर बदलाव लाए हैं. उसे देखते हुए मुझे उन्हें बदलने का कोई कारण नजर नहीं आता. उन्होंने कहा कि पोवार ने ना सिर्फ खिलाड़ी के रूप में हमारे अंदर सुधार किया. बल्कि हमें प्रेरित किया कि हम खुद को चुनौती देने के लिए लक्ष्य बनाएं.
वहीं महिला एकदिवसीय टीम की कप्तान मिताली राज के साथ लेकिन एकता बिष्ट और मानसी जोशी पोवार को फिर से कोच बनाने के खिलाफ हैं. बीसीसीआई प्रशासकों की समिति(सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने कहा कि रमेश पोवार दोबारा से आवेदन करने के लिए स्वतंत्र है.
मिताली राज को महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में बाहर बैठाया गया था. जिसे लेकर विवाद हुआ था. मिताली ने कोट रमेश पर अपमानित करने का आरोप लगाया था. जबकि पोवार ने मिताली पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वो सिर्फ अपने लिए खेलती है.