अपना दल ने बीजेपी से मांगी 5 लोकसभा की सीटें, क्या झुकेगी बीजेपी

एनडीए के सहयोगी दल लगातार बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं. पहले बिहार में सीटों के बंटवारे से नाराज उपेंद्र कुश्वाहा ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया था. उसके बाद रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा ने सीटों के बंटवारे को लेकर अपनी नाराजगी दिखाई थी. बाद में बीजेपी ने उसे भी मना लिया लेकिन बीजेपी को इससे फायदा कम नुकसान ज्यादा हुआ. वहीं अब अपना दल ने बीजेपी से ज्यादा सीटों की मांग कर एक बार फिर उसकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं.

अपना दल ने मांगी लोकसभा की सीटें

अपना दल के अध्यक्ष आशीष पटेल ने बीते दिनों उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार उन्हें वो सम्मान नहीं दे रही जिसके वो हकदार है. अपना दल का कहना है कि उसके पास 9 विधायक है. लेकिन फिर भी उन्हें राज्य सरकार ने कोई कैबिनेट का पद नहीं दिया है. वहीं दूसरी तरफ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पास 4 विधायक है फिर भी उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. आपको बता दें, अपना दल के अध्यक्ष आशीष पटेल की पत्नी अनुप्रिया पटेल मोदी कैबिनेट में मंत्री है. वहीं योगी कैबिनेट में पार्टी के नेता जय कुमार सिंह को राज्यमंत्री का पद दिया गया है.

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साल 2014 के लोकसभा चुनाव में अपना दल ने उत्तर प्रदेश की 2 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था और दोनों पर जीती थी. वहीं उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 9 सीटों पर जीत मिली थी. मीडिया रिपोर्टस में जो सामने आ रहा है उसके अनुसार अपना दल ने बीजेपी से 2019 के लोकसभा चुनावों में 5 सीटें मांगी है. साथ ही अपना दल के अध्यक्ष आशीष पटेल के लिए उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री  का पद भी मांगा गया है.

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बिहार में हुई बीजेपी की ‘हार’

बिहार में एनडीए में जो सीटों का फार्मूला तय हुआ है उसके अनुसार बीजेपी और जेडीयू17 -17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. साथ ही रामविलास पासवान की पार्टी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और उसे एक राज्यसभा की सीट भी दी गई हैं.  साल 2014 के आम चुनावों में बिहार में जेडीयू को 2 सीटों पर जीत मिली थी. अबकी बार वो 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. राजनीतिक जानकार इसे बीजेपी रणनीतिक तौर पर ‘हार’ मान रहे है. वहीं अगर बीजेपी अपना दल की बात मानकर उसे 5 सीटें दे देती है तो इसे बीजेपी की एक और ‘हार’ मानी जाएगी.

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