चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण 25 अप्रैल से, नौ मई को खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट

चारधाम यात्रा

देहरादून। उत्तराखण्ड चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर प्रशासन पूरी तरह से जुट गया है। इस बार पर्यटन विभाग द्वारा नौ स्थानों पर 40 से ज्यादा काउन्टर तीर्थयात्रियों के फोटोमैट्रिक पंजीकरण के लिए स्थापित किये जाएंगे। 25 अप्रैल से फोटोमैट्रिक पंजीकरण केंद्र ऋषिकेश में यात्रियों के लिए खुल जाएंगे। यहां से चारधाम जाने वाले यात्री अपना पंजीकरण करा सकेंगे। इसके लिए काम शुरू हो गया है।

चारधाम यात्रियों को पर्यटन विभाग द्वारा खोले गये 9 फोटोमैट्रिक पंजीकरण केन्द्रों में से किसी भी एक केन्द्र में पंजीकरण करवाना आवश्यक होता है। पंजीकरण से तीर्थयात्रियों की समस्त जानकारियां प्रशासन के पास मौजूद होती हैं। आपदा और दिक्कतों के समय में ये जानकारियां ही तीर्थयात्रियों और प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होती हैं। पिछले वर्ष की तरह इस साल भी चारधाम यात्रा फोटोमैट्रिक पंजीकरण का कार्य त्रिलोक सिक्योरिटी सिस्टम इंडिया को दिया गया है। ऋषिकेश में बस ट्रांजिट कंपाउंड में स्थित फोटोमैट्रिक पंजीकरण केंद्र की सभी तैयारियां 25 अप्रैल से पहले पूरी कर ली जाएंगी। इसको लेकर काम तेजी से चल रहा है। ऋषिकेश में फोटोमैट्रिक पंजीकरण के लिए करीब 17 काउंटर खुलेंगे।

इसमें से 15 काउंटर बस ट्रांजिट कंपाउंड और 2 काउंटर गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में खोले जाएंगे। बीते वर्ष ऋषिकेश में 19 फोटोमैट्रिक पंजीकरण पंजीकरण केंद्र खोले गए थे। आन लाइन भी करा सकते है पंजीकरण उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग की वेवसाइट पर तीर्थयात्री घर बैठे-बैठे भी अपना आनलाइन पंजीकरण करवा सकते हैं। तीर्थयात्री onlinechardhamyatra.com से ऑनलाइन पंजीकरण करवा सकते हैं। पंजीकरण से पहले वाहनों की बुकिंग करना आवश्यक होता है।

त्रिलोक सिक्योरिटी सिस्टम इंडिया प्रा.लि. के मैनेजर प्रेम आनंद का कहना है कि इस वर्ष सबसे पहले 25 अप्रैल तक ऋषिकेश में फोटोमैट्रिक पंजीकरण काउंटर में पंजीकरण का कार्य शुरू हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष भगवान केदारनाथ धाम के कपाट नौ मई को खोले जाएंगे जबकि बद्रीनाथ के कपाट 10 मई को खुलेंगे। हेमकुंड साहिब के कपाट भी 25 मई को खोल दिए जाएंगे। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट 7 मई को अक्षय तृतीया के मौके पर खोले जाएंगे।

Previous articleदूसरा चरण: पश्चिम बंगाल में जमकर बरसे वोट, सबसे कम जम्मू कश्‍मीर में
Next articleबिहार: दूसरे चरण का मतदान खत्म, करीब 62 फीसदी हुई वोटिंग