दंतेवाड़ा में भाजपा विधायक के काफिले पर हमला, पढ़िए अब तक हुए बड़े नक्सली हमलों पर पर एक नज़र

नक्सली

रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने भाजपा विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर आईईडी हमला किया जिसमें विधायक भीमा मंडावी सहित विधायक के काफिले के 3 सुरक्षाकर्मी और एक वाहन चालक की मौत हो गई । दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ की बस्तर लोकसभा क्षेत्र का इलाका है और यहां पर आगामी 11 अप्रैल को मतदान है।

डीआईजी ऐंटी नक्सल ऑपरेशंस पी। सुंदर राज के अनुसार, हमला दंतेवाड़ा जिले के कुआंकोडा इलाके में उस वक्त हुआ जब विधायक का काफिला यहां से गुजर रहा था। आईईडी ब्लास्ट करके नक्सलियों ने विधायक के काफिले में शामिल सुरक्षाबलों के एक वाहन को निशाना बनाया। हमले में बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की कार और उनके एस्कॉर्ट वाहन के ब्लास्ट की चपेट में आने से 1 ड्राइवर और सुरक्षा ड्यूटी में तैनात 3 जवान शहीद हो गए।

चौकीदार को चोर कहने वालों के दरबारियों के घरों से ‎निकल रहे नोटों के बंडल: मोदी

हमले के बाद अधिकारियों ने तत्काल इलाके में सीआरपीएफ और राज्य पुलिस की टीमों को बड़ी संख्या में यहां पर भेजा है, जिसके बाद घटनास्थल के आसपास के इलाके को सीज कर दिया गया है। हमलावरों की तलाश में यहां पर सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना की निंदा करते हुए शहीद जवानों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। अपने ट्वीट में पीएम ने लिखा,’छत्तीसगढ़ में हुए माओवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। इस हमले में शहीद जवानों के परिवार के साथ मेरी पूरी संवेदना है और शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।’

छत्तीसगढ़ में इससे पहले भी कई बार नक्सली हमलावरों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को निशाना बनाया था। जुलाई 2018 में नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में बीएसएफ के जवानों पर हमला किया था, इस हमले में बीएसएफ के 2 जवान शहीद हुए थे। इससे पहले 13 मार्च 2018 को राज्य के सुकमा जिले में सीआरपीएफ की 212वीं बटालियन के जवानों पर हमला हुआ था। IED लगाकर किए गए इस नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 9 जवान शहीद हुए थे।

अब तक हुए बड़े नक्सली हमले

25 मई 2013 : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक हजार से ज्यादा नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया। इस हादसे में कांग्रेस नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा और नंदकुमार पटेल समेत 25 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
6 अप्रैल 2010: दंतेवाड़ा जिले के चिंतलनार जंगल में नक्सलियों ने सीआरपीएफ के 75 जवानों सहित 76 लोगों की हत्या कर दी।
4 अप्रैल 2010: ओडिशा के कोरापुट जिले में पुलिस की एक बस पर हमला, विशेष कार्य दल के 10 जवान मरे, 16 घायल।
23 मार्च 2010: बिहार के गया जिले में रेलवे लाइन पर विस्फोट करके भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को पटरी से उतारा। इसी दिन ओडिशा की रेलवे पटरी पर हमला करके हावड़ा-मुंबई लाइन क्षतिग्रस्त की।
15 फरवरी 2010: पश्चिम बंगाल के सिल्दा में करीब 100 नक्सलियों ने पुलिस कैंप पर हमला करके 24 जवानों की हत्या की, हथियार लूटे।
8 अक्टूबर 2009: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में लाहिड़ी पुलिस थाने पर हमला करके 17 पुलिसवालों की हत्या की।

Previous articleचौकीदार को चोर कहने वालों के दरबारियों के घरों से ‎निकल रहे नोटों के बंडल: मोदी
Next articleलाल झंडे से पटा बेगूसराय, हर ओर गूंजता रहा लाल सलाम